चालीस साल का दाम्पत्य सफर “शायर” के साथ आज पूरा हुआ। इन सालों को सबसे बड़ी उपलब्धि हमारी आपसी बेमिसाल समझ रही। सच तो यही है, कि उसकी आस्था जीवन के प्रति सदैव कर्त्तव्य प्रेरक रही। मेरी कई मानवीय कमजोरियों को सदैव उसने सहन शक्ति के साथ दूर किया। भूल नहीं सकता उसका त्याग जब दूर रहकर भी उसने मेरे माता पिता की सेवा तन मन से कर उनका दिल जीत लिया। शुक्रिया अदा करते हुए, प्रार्थना है, मेरी भगवान से उसे स्वस्थ और खुश सदा रखे। प्रेम का यह सफर, यों ही चले, गुजारिस है, आपके आशीर्वाद और शुभकामनाए हमारे दाम्पत्य जीवन को सदा शुभता प्रदान करते रहें। 🌹 कमल भंसाली 🌷
सफर ही तो है, मेरे हम सफ़र
जिंदगी की यह अनजानी डगर
बन मेरे इस पथ के तुम हमराही
प्रीत की रीत सदा तुमने निभायी
चले थे, हम एक दिन साथ
डाल के बाहों में अपने हाथ
आज भी तुम ही मेरे हमराही
जीवन पथ के अटूट सिपाही
हर गम में तुम सदा यों ही मुस्कराई
चाँद की चांदनी बन बाहों में समाई
चार दशक की नर्म तपिस मन में छाई
जिन्दगी के पन्नों में तस्वीर मेरी छपाई
जीवन सन्ध्या का शुरु हुआ रोमांचक सा प्रहर
कभी तन, कभी मन सह रहे स्वास्थ्य का प्रहार
छा रहे पीड़ा के हल्के बादल जीवन के चारों ओर
एक ही दिलाशा तुम हो, करता मेरा मन स्वीकार
कल कोई हमसे जुदा होगा प्रथम, यह है, तय
साथ ही चले जाये तो फिर नहीं कोई है, भय
प्रार्थना न हो अगर स्वीकार, तो याद सदा रखना
सारे अपूर्ण वादे, अगले जन्म में फिर है, निभाना
मानता हूँ, तुम्हारी खुशबूओं से चमन रहा हरा भरा
पथ जीवन का ताजगी भरे फूलों से सदा सजा रहा
शुक्रिया उसका जिसने हमें एक दूजे के लिये बनाया
वक्त की मेहरवानी, प्रेम का पुष्प कभी नहीं मुरझाया
आ मिलकर करे विधाता से एक जीवन सार्थक प्रार्थना
हम में से एक न रहे, तो दूसरे को प्रभु तुम्ही संभालना
साथ युगों का, युग बदले, पर हमारे दिल कभी न बदले
जब तक रहे धरा पर, दिल में “कमल” के फूल ही खिले
प्रेम नहीं होता कभी मैला, चाहे जीवन रंग हो मटमैला
मिसाल है, हमारा दाम्पत्य, जिसने हर सुख दुःख झेला
एक कदम तुम्हारा एक कदम मेरा,यह सफर है, प्यारा
आ गले लग कर कहे, सदाबहार बना रहे, मिलन हमारा
🌷🌹 कमल भंसाली🍀🌻
कमल भंसाली