ऐ मेरे दिल
तू ही बता
वो, ख़ुशी कहां से लाऊं
जिससे तेरा मन बहलाऊं
आग जो तेरे सीने में जलती
वही चेहरे पर मुस्कराती
तू बता मेरे दिल
किस नीर से तेरी
ये आग बुझाऊं
बता ना, ऐ मेरे दिल..
दस्तूर तू गम का जाने
प्रेम का बदलता रंग जाने
आशा में जीने की सजा जाने
जीना है, जीने का खौफ न कर
ऐ मेरे नादान दिल
मुझे यह बता जरा
कौन सी मरहम लगाऊं
तेरे सारे घाव भर जाए
सदा तू, खिलता ही जाए
बता ना, ऐ मेरे दिल..
देख, दुनिया की विचित्र तस्वीर
न हो मायूस, न ही बदल ढंग
लोगों की परवाह करके
निराशा का बादल न बन
तू तो है,मेरा मन उपवन
बता वो कौनसी शक्ति
जिससे तुम्हे फिर सजाऊं
बता ना, ऐ मेरे दिल..
आरजू, इतनी ही तुमसे
दिल तोड़ने वालों का
कभी जिक्र न कर
मौहब्बत के मैदान में
हार की फ़िक्र न कर
जिन्दादिली तेरी फितरत
उस पर शंका न कर
बता वो कौनसी बाजी
जीत कर दिखाऊं
जिससे तेरी ख़ुशी वापस लाऊं
बता ना, ए मेरे दिल…
【कमल भंसाली 】
कमल भंसाली